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Tuesday, December 30, 2014




जब सिर, आंखें, हाथ, पैर या होंठ फड़के तो जानिए क्या होगा?



      ज्योतिष के कई प्रकार है जिसमें हस्तज्योतिष, अंगज्योतिष, तिल ज्योतिष, स्वप्र ज्योतिष, आदि प्रमुख है। अंगो का फड़कना भी ज्योतिष के अनुसार शुभ व अशुभ संकेत और भविष्य में घटने वाली घटनाओं की तरफ इशारा करते हैं।

कुछ अंगों जैसे होंठ, कपाल, आंखे आदि को शुभ अंग माना गया है इनका फड़कना अच्छा माना जाता है तो आइए जानते हैं किस अंग का फड़कना ज्योतिष के अनुसार शुभ है और किसका अशुभ।


- अगर बांये पैर की पहली अंगुली फड़के तो लाभ होता है इसे एक अच्छा शकुन माना जाता है।

- दांये पैर की पहली अंगुली फड़के तो उसे अशुभ संकेत माना जाता है।

- पांव की पिंडलियां फड़कती हैं तो यह आपके दुश्मन से परेशानी मिलने के संकेत है।

- दांया घुटना फड़के तो उसे अशुभ माना जाता है।

- बायां घुटना फड़के तो शुभ संकेत पाया जाता है।

- बाई जांघ फड़कना अच्छा संकेत माना जाता है। यह दोस्त से मदद मिलने के संकेत हैं।

- बांये हाथ का अंगुठा फड़कना अशुभ माना जाता है।

- दोनों भौंहों के मध्य भाग फड़के तो सुख की प्राप्ति होती है।

- मस्तक फड़के तो यह भूमि लाभ मिलने का संकेत माना जाता है।

- यदि आंखों के पास का हिस्सा फड़के तो प्रिय व्यक्ति से मिलन का संकेत है।

- आंखों के कोने फड़के तो यह धन प्राप्ति का संकेत है।

- अगर कपाल फड़के तो उसे शुभ संकेत माना जाता है।

- होंठों का फड़कना किसी प्रिय वस्तु के मिलने का संकेत है।


- यदि किसी व्यक्ति की दाहिनी हथेली फड़कती है तो उसे धन का लाभ प्राप्त होता है।

- यदि दाहिना हाथ फड़कता है तो भी पैसे के साथ व्यक्ति को मान-सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त   होती है।

- यदि दाहिने पैर की पिंडली फड़कती है तो आपको अचानक पैसा मिलेगा।

- दाहिनी आंख का कोना फड़कना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसे में आपको पैसों के साथ साथ   कोई बहुत शुभ समाचार प्राप्त होने की संभावना होती है।

दाहिना गाल फड़कने का यही मतलब है कि आपको धन लाभ होगा।

- दाहिना कंधा फड़कने से भी अचानक धन लाभ होने के योग बनते हैं।

- अगर आपकी कमर का दाहिना हिस्सा फड़कने लगे तो भी आपको धन लाभ होगा। 



अंगों के फड़कने के संबंध में एक विचारणीय बात यह है कि सामान्यत: दाहिने अंग के फड़कने का शुभ फल प्राप्त होता है एवं बाएं अंग का फड़कना शुभ नहीं माना जाता है। स्त्रियों के संबंध में बाएं अंग का फड़कना शुभ रहता है और दाएं अंग का फड़कना अशुभ माना जाता है।

 

 

मनुष्य का शरीर काफी संवेदनशील होता है। यही कारण है कि भविष्य में होने वाली घटना के प्रति हमारा शरीर पहले ही आशंका व्यक्त कर देता है। शरीर के विभिन्न अंगों का फड़कना भी भविष्य में होने वाली घटनाओं से हमें अवगत कराने का एक माध्यम है। किस अंग के फड़कने का क्या शुभ-अशुभ फल होता है, वह इस प्रकार है- 



सिर के विभिन्न हिस्सों का फड़कना



सिर के अलग-अलग हिस्सों के फड़कने का भिन्न-भिन्न अर्थ होता है जैसे- मस्तक फड़कने से भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। कनपटी फड़के  तो इच्छाएं पूर्ण होती हंै। दाहिनी आंख व भौंह फड़के तो समस्त अभिलाषा पूर्ण होती है। बांई आंख व भौंह फड़के तो शुभ समाचार मिलता है।दोनों गाल यदि फड़के तो धन की प्राप्ति होती है। यदि होंठ फडफ़ड़ाएं तो किसी मित्र का आगमन होता है। मुंह का फड़कना पुत्र की ओर से शुभ समाचार का सूचक होता है। यदि लगातार दाहिनी पलक फडफ़ड़ाए तो शारीरिक कष्ट होता है।



हाथ के विभिन्न हिस्सों का फड़कना



दाहिनी ओर का कंधा फड़के तो धन-संपदा मिलती है। बांई ओर का फड़के तो सफलता मिलती है और यदि दोनों कंधे फड़कें तो झगड़े की संभावना रहती है। हथेली में यदि फडफ़ड़ाहत हो तो व्यक्ति किसी विपदा में फंस जाता है। हाथों की अंगुलियां फड़के तो मित्र से मिलना होता है। दाईं ओर की बाजू फड़के तो धन व यश लाभ तथा बाईं ओर की बाजू फड़के तो खोई वस्तु मिल जाती है। दाईं ओर की कोहनी फड़के तो झगड़ा होता है, बाईं ओर की कोहनी फड़के तो धन की प्राप्ति होती है।